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30 days festival - ritual competition 15 -Nov-2022 (20) मध्य प्रदेश का त्यौहार




शीर्षक = मध्य प्रदेश का त्यौहार



मध्य प्रदेश में भी भारत के अन्य राज्यों की तरह मनाये जाने वाले त्यौहार दिवाली, दशहरा, ईद , होली पूर्ण उत्साह के साथ मनाये जाते है


इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश में प्रत्येक 12 वर्ष बाद आयोजित होने वाला कुम्भ मेला बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है , आइये जानते है  कुम्भ मेले की विशेषता

भारत के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक कुंभ मेला पृथ्वी पर सबसे बड़े मानव सभा के रूप में जाना जाता है। यह मेला सभी जातियों के लोगों द्वारा मनाया जाता है। इस उत्सव में सभी जाति के लोग भाग लेते है। कुंभ मेला भारत का सबसे प्रसिद्ध और पवित्र त्योहार है जो भारत के चार मुख्य स्थानों प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में मनाया जाता है।

यह महोत्सव इन चार स्थान पर प्रत्येक 12 वर्षो के अंतराल पर पवित्र नदी के तट पर मनाया जाता है हरिद्वार में गंगा, नासिक में गोदावरी, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम और उज्जैन के शिप्रा नदी के तट पर संपन्न होता है। यह एक प्राचीन भारतीय त्योहार है जो हमेशा से जारी है और बीतते साल के साथ आगे बढ़ रहा है। पूरे जीवनकाल में एक बार इस बड़े और पवित्र उत्सव का हिस्सा निश्चित रूप से होना चाहिए।

कुंभ मेला के इतिहास के बारे में

पौराणिक मान्यताओं और लोककथा के अनुसार राक्षसों के बढ़ते आतंक के कारण सभी देवता ब्रह्मा के पास गए , तब ब्रह्मा जी ने देवता को क्षीर सागर का मंथन करने को कहा जिससे की अमृत की प्राप्ति होगी और देवता सदा के लिए अमरता मिल सकती है लेकिन इस मंथन के लिए देवगन को दानवों की आवश्यकता पड़ी। इस मंथन के लिए दानव राजी हो गए लेकिन शर्त थी कि इस मंथन से जो भी प्राप्त होगा उसे आपस में बांटा जाएगा, तब समुद्र मंथन द्वारा सबसे मूल्यवान अमृत मिकला जिसको लेकर देव और दानव में बीच संघर्ष हो गया।

दानवों से अमृत को बचाने के लिए भगवान विष्णु अमृत का पात्र लेकर भाग जाते है उसी दौरान अमृत की कुछ बुंदे पृथ्वी पर गिरती है और वही स्थान पवित्र कुंभ के लिए जाने जाते है।

कुंभ मेला के मुख्य आर्कषण

कुंभ मेले का आयोजन सबसे बड़ा और शुभ माना जाता है। जैसे कि, हिंदु पौराणिक कथाओं में उल्लेख किया गया है, यह समुद्र मंथन का प्रतीक है। इस अवसर पर दूर-दूर से लोग यहां आते है, भक्ति के सराबोर में डूब जाते है।

उज्जैन में शिप्रा नदी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है, इस अवसर पर हजारों लोग इस पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए एकत्रित होते है। यहां आप अपने चारों ओर भक्ति, जोश और शांति से भरे हुए होते हैं।

कुंभ के शाही स्नान

इस महोत्सव का मुख्य आर्कषण शाही स्नान होता है। जिसके लिए श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते है और शिप्रा नदी में स्नान करते है। कहा जाता है कि, इस स्नान से भक्तो को पापों से मुक्ति मिल जाती है और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।


उज्जैन मध्य प्रदेश का सबसे प्रमुख शहर है, जो अपनी प्राचीन सभ्यता और परंपराओं के लिए जाना जाता है। यह शहर रेल और सड़कों द्वारा भारत के अन्य शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ी हुई है। दिल्ली , मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरू से लगभग 781, 638, 1,641, और 1,395 किमी दूरी पर स्थित है।




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30 days  festival / ritual कम्पटीशन हेतु 




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4 Comments

Supriya Pathak

09-Dec-2022 09:28 PM

Behtreen 👌🌸

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Bahut khub

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Palak chopra

15-Nov-2022 12:37 PM

Bahut khoob 😊

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